5 Easy Facts About shiv chalisa lyrics in telugu Described

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त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥

अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥

Lord Shiva is also called Mahakaal, he may be the god of war, the destroyer, Bholenath for his kindness and generosity to all of the creatures in this universe.

अर्थ: हे शिव शंकर भोलेनाथ आपने ही त्रिपुरासुर (तरकासुर के तीन पुत्रों ने ब्रह्मा की भक्ति कर उनसे तीन अभेद्य पुर मांगे जिस कारण उन्हें त्रिपुरासुर कहा गया। शर्त के अनुसार भगवान शिव ने अभिजित नक्षत्र में असंभव रथ पर सवार होकर असंभव बाण चलाकर उनका संहार किया था) के साथ युद्ध कर उनका संहार किया व सब पर अपनी कृपा की। हे भगवन भागीरथ के तप से प्रसन्न हो कर उनके पूर्वजों की आत्मा को शांति दिलाने की उनकी प्रतिज्ञा को आपने पूरा किया।

महाबीर बिक्रम बजरंगी। कुमति निवार सुमति के संगी।।

भक्त अपने जीवन में पैदा हुई कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने के लिए श्री शिव चालीसा का नियमित पाठ करते हैं। श्री शिव चालीसा के पाठ से आप अपने दुखों को दूर कर भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं। शिव चालीसा का पाठ हमेशा check here सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद करना चाहिए। भक्त प्रायः सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, त्रयोदशी व्रत एवं सावन के पवित्र महीने के दौरान शिव चालीस का पाठ खूब करते हैं।

अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥ 

नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥

वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥

कहत शिवानन्द स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय शिव…॥

वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

Glory to Girija’s consort Shiva, that's compassionate on the destitute, who constantly shields the saintly, the moon on whose forehead sheds its attractive lustre, and in whose ears would be the pendants with the cobra hood.

पण्डित त्रयोदशी को लावे । ध्यान पूर्वक होम करावे ॥

दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥

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